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इस बार स्वतंत्रता दिवस मनाना बड़े शर्म की बात:-संदीप कोली

मित्रो आपको याद ही होगा कि बंगाल की खाड़ी में पिछले महीने लापता हुए भारतीय वायुसेना के एएन 32 विमान के संबंध में अभी तक कोई ठोस और पुख्ता सबूत नही मिले है...और सरकार कि तरफ से भी इस मामले में लापरवाही बरतने का मामला साफ़ तौर से नजर आता है...वहीँ मीडिया ने भी इस मामले को दिखाना बंद कर दिया है....क्या मीडिया का पिछले 15 दिनों से लापता विमान के बारे में किसी भी प्रकार की न्यूज नही दिखाना वर्तमान सरकार कि तरफ इशारा करता है...सवाल यह भी उठता है कि जब तक हमारे 28 जवानों के साथ लापता हुआ सेना का हवाई जहाज मिल नहीं जाता तब तक लाल किले की प्राचीर से 15 अगस्त को पीएम मोदी किस मुंह से भाषण देंगे? ....
 और अगर माननीय मोदी जी भाषण देंगे तो सम्पूर्ण भारतवाशियों के लिए यह बड़े शर्म कि बात होगी... एक और भारत कि गोदी से 28 जवान लापता है और वही  लाल किले पर देश के नाम पर बड़े-2 फौलादी भाषणों से देश गूंज रहा होगा...क्या आप इसे ही आज़ादी कहेंगे?? जो पिछले 23 दिनों से आप एक विमान को खोजने में सफल नही हुए ...सेना के इतने बड़े हादसे को मीडिया भी कवरेज नहीं दे रहा...इसका सीधा सा मतलब बनता है कि सरकार ने ही मीडिया के पैर काट दिए है... सरकार और अपने आपको समाज के ठेकेदार कहने वाले तो इसे भूल ही गये हैं....भूले भी तो क्यूँ नही भाई, उनके कौनसे घर से लाल गया है जो उन्हें तवज्जो दें...आपने सुना होगा रक्षा राज्य मंत्री ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि घटना के इतने समय बाद विमान पर सवार लोगों में से किसी के जिंदा बचे होने की संभावना बेहद कम है...लेकिन विमान को खोज निकालने के प्रयासों को बंद नहीं किया जाएगा...लेकिन आप बताये कि क्या किसी भी चीज कि गहनता से जाँच करने और उसे खोज निकालने के लिए 23 दिन का समय कम होता है क्या??

आपको बता दे कि भारतीय वायुसेना के लापता एएन 32 विमान 22 जुलाई को चेन्नई से पोर्ट ब्लयेर लौट रहा था, जो सप्ताह में तीन बार कूरियर लेकर जाता था। तमिलनाडु के तांबरम से अंडमान के लिए सुबह साढ़े आठ बजे उड़ान भरने के घंटे भर के भीतर ही विमान राडार से गायब हो गया... विमान एएन 32 पर चालक दल के छह सदस्य और भारतीय वायुसेना के 23 कर्मी सवार थे...अब सोचने वाली बात यह है कि उनके परिजनों को सरकार ने किन्ही ठोस कदमो के साथ कोई कदम नही उठाया और उन्हें सिर्फ सांत्वना देने के अलावा और कुछ भी नही....आपको याद होगा 2013-14 के हादसों में वायुसेना ने सात विमान खोए और 2014-15 में दस... 2015-16 में छह विमान और इस वर्ष नौ अगस्त तक चार विमान हादसों का शिकार हुए...लेकिन कोई पुख्ता सबूत नही मिलता और ना ही बाद में इन विमान के बारे में चर्चा कि जाती आखिर क्यूँ...यह प्रत्यक इन्सान के मष्तिष्क में एक सवाल खड़ा करना है ...
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